Saturday, November 30, 2019

Download free screen recorder for PC | full version download Screen recorder | for PC | Laptop | Computer

download free screen recorder for PC | full version download Screen recorder |  for PC | Laptop | Computer


एक बार फिर से स्वागत है आप सभी का Tutorial To Education में | आज मै आपको बताबे वाला हूँ एक मजेदार और बेहतरीन Computer या PC के Screen Recorder के बारे में जी हा दोस्तों और यह बिलकुल फ्री सॉफ्टवेर है आपको यहाँ कोई भी पैसा देने की जरूरत है और फ्री में इस सॉफ्टवेर का यूज़ करके पूरा फुल Version कैसे यूज़ करे अगर आप भी इस सॉफ्टवेर को फ्री में उपयोग करना चाहते है तो मेरे बताये हुए Step को Follow करे |

पहले आपको इस सॉफ्टवेर का उपयोग करना बता देता हु |

Use of this Software :

Step 1 : सबसे पहले आपको Software को Download करना होगा |

Step 2 : डाउनलोड करने के बाद जैसे Other Software को Install करते है वैसे इस Software को भी Install कर लीजिये |

Step 3 : Install करने के बाद आपको इस तरह का Interface देखने को मिलेगा |

Interface
Step 4 : Open करने के बाद आपको यहाँ पर First Button Record का दिखेगा, आप वहा Click कर के Screen record कर सकते है |


Record Button

Step 5 : उसके बाद आपको Next Button दिखेगा वह Button  Screen Recorder  या Camera से अपने Face को record करने के लिए होता है, वहा Click करने के बाद आपको दो Option दिखेगा |

 (1) Screen Recorder
 (2) Face recorder

(1) Screen Recorder : इस Option का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC का Screen record कर सकते है |

(2) Face recorder : इस Option का उपयोग कर के आप अपने Face का Recording कर सकते है |

Record Option

Step 6 :  Next बटन Voice Recording का है आप वहा Click कर के आप Screen Record के साथ अपना आवाज भी Record कर सकते है, यहाँ क्लिक करने के बाद आपको वहा चार ( Four ) Option दिखेगा,

             (1)     System Sound 
             (2)     Microphone
             (3)     System Sound and microphone
             (4)     None

             (1)     System Sound : आप इस Option का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC के Internal speaker से Voice                    record कर सकते है |
    
             (2)     microphone : आप इस Option का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC में only microphone या ईरफ़ोन या                  हैडफ़ोन या किसी External mic का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC के Screen recording के साथ Voice                record कर सकते है |

             (3)     System Sound and microphone : इस Option का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC मे Screen                          recording के साथ आप अपने Computer या PC और इयरफोन या हैडफ़ोन दोनों का mic Use कर सकते है |

             (4)     None : अगर आप चाहते है की जब आप Screen Record हो और उस समय कोई भी Sound recording नही हो तो आप                इस Option का उपयोग कर सकते है |

Sound Option


Step 7 : Next button है Full Screen का आप इस Option का उपयोग कर के आप अपने Computer या PC का Full Screen record कर सकते है |

Full Screen

Step 8 : Next button Custom screen size record करने के लिय है, आप इस Option का उपयोग कर के आप जितना जगह का record करना चाहते है उतना कर सकते है |

Recording area size




Step 9 : Next option भी वही है जो उपर मैंने बताया है Different इतना है की आप वहा Choose कर सकते थे और यहाँ आप Direct Type कर के screen record का size set कर सकते है |

Recording Area size

Step 10 :  Next option General सेटिंग्स का button है आप यहाँ क्लिक कर के आप आप अपने अनुसार Record , Pause , Stop का Sortcut set कर सकते है और आप जहा पर record किये गये File सेव करना चाहते है आप उसका Location भी set कर सकते है |

General Setting

Step 11 : Next option का उपयोग कर के आप screen shout भी कर सकते है या ऑनलाइन Song भी लगा सकते है |

Set Screen Shortcut

Step 12  : इस Software का नाम APOWERSOFT SCREEN RECODER है | आप इस Software को निचे दिए हुए Download Button par Click कर के कर सकते है |



Step 13 : यह पोस्ट आपको कैसा लगा यह आप हमे Comment Section में जरुर बताये और आप हमें Follow करना नही भूले ताकि हम जब भी कोई पोस्ट अपलोड करे तो आपको सबसे पहले Notification मिल जाये Thank you so much | 











Wednesday, November 27, 2019

28 November Current Affairs | Daily Current Affairs | Daily Current Affairs in Hindi

28 November Current Affairs | Daily Current Affairs | Daily Current Affairs in Hindi 

1. भारत में प्रतिवर्ष संविधान दिवस किस दिन मनाया जाता है?
a. 22 नवंबर
b. 24 नवंबर
c. 25 नवंबर
d. 26 नवंबर

2. किस देश में मौजूद ‘फ्लोटिंग स्कूल प्रोजेक्ट’ को हाल ही में आगा खां आर्किटेक्चर अवार्ड से सम्मानित किया गया?
a. भारत
b. बांग्लादेश
c. पाकिस्तान
d. मलेशिया


3. किस राज्य में मौजूद गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व बनाये जाने की घोषणा की गई है?
a. गुजरात
b. राजस्थान
c. छत्तीसगढ़
d. मध्य प्रदेश

4. भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस किस दिन मनाया जाता है?
a. 25 नवंबर
b. 26 नवंबर
c. 27 नवंबर
d. 24 नवंबर


5. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों हेतु राज्य आकस्मिक निधि से कितने करोड़ रुपये की सहायता को मंज़ूरी दी?
a. 5,380 करोड़ रुपये
b. 5,380 करोड़ रुपये
c. 5,380 करोड़ रुपये
d. 5,380 करोड़ रुपये


6. हाल ही में किस ने तत्काल प्रभाव से ज़ी एंटरटेनमेंट के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है?
a. पंकज पटेल
b. अमित गोयनका
c. सुभाष चंद्रा
d. एमए यूसुफ अली

7. हाल ही में किस शहर में भारत के पहले सबसे बड़े जैव प्रौद्योगिकी सम्मेलन ग्लोबल बायो-इंडिया समिट- 2019 का आयोजन किया गया?
a. हैदराबाद
b. नई दिल्ली
c. चेन्नई
d. जयपुर

8. हाल ही में किस सरकार ने राज्य की पंचायतों में दिव्यांगों (Differently Abled) के लिये आरक्षण का प्रावधान करने का निर्णय लिया है?
a. बिहार सरकार
b. पंजाब सरकार
c. राजस्थान सरकार
d. छत्तीसगढ़ सरकार

9. हाल ही में भारत ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में किस देश के साइबर अपराध संबंधी प्रस्ताव का समर्थन किया है?
a. रूस
b. नेपाल
c. पाकिस्तान
d. जापान

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27 November 2019 Current affairs | Daily Current Affairs Notes

27 November 2019 Current affairs | Daily Current Affairs

1. निम्नलिखित में से किसे वर्ष 2019 का अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया है?
a. ग्रेटा थनबर्ग
b. जूलिया ब्रसेल्स
c. जेनिफर लॉय
d. रेबेका जॉनसन

2. निम्नलिखित में से किसने स्कॉटिश ओपन 2019 का पुरुष एकल खिताब जीता है?
a. राफेल नडाल
b. लक्ष्य सेन
c. जॉर्ज गिमिक
d. मैथ्यू ओरवेल


3. भारत के किस राज्य ने हाल ही में फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए तीन सप्ताह का एक विशेष अभियान आरम्भ किया है?
a. ओडिशा
b. झारखंड
c. बिहार
d. उत्तर प्रदेश

4. स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को स्वास्थ्यप्रद भोजन विकल्पों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किस नाम से अभियान आरंभ किया है?
a. ईट राइट अभियान
b. हेल्दी फ़ूड अभियान
c. गुड फ़ूड अभियान
d. फ़ूड फॉर माइंड अभियान


5. निम्नलिखित में से किस राज्य ने हाल ही में खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की घोषणा की?
a. उत्तर प्रदेश
b. तेलंगाना
c. मध्य प्रदेश
d. राजस्थान

6. निम्नलिखित में से किस राज्य में संगाई उत्सव मनाया जाता है?
a. नागालैंड
b. मणिपुर
c. अरुणाचल प्रदेश
d. असम


7. निम्नलिखित में से किस महिला खिलाड़ी को ‘वर्ल्ड एथलीट ऑफ़ द इयर 2019’ ख़िताब से सम्मानित किया गया है?
a. दलिला मुहम्मद
b. जुमाना बोरो
c. कैरोलिन ब्रावे
d. पीवी सिंधू

8. निम्नलिखित ने से किस शहर द्वारा वर्ष 2020 से सर्कस में जंगली जानवरों के उपयोग पर पूरी तरह पाबंदी लगाए जाने की घोषणा की गई है?
a. नई दिल्ली
b. मिलान
c. पेरिस
d. हेग

9. किस स्थान पर पाए जाने वाले दो सींग वाले अंतिम गैंडे की हाल ही में मृत्यु हो गई है?
a. काज़ीरंगा
b. सुमात्रा
c. जाफना
d. रंगून

10. किस क्रिकेट अंपायर द्वारा लिखित पुस्तक ‘Finding the Gaps’ का हाल ही में विमोचन किया गया?
a. अलाम डार
b. साइमन टॉफेल
c. स्टीव बकनर
d. बिली बॉडेन

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Sunday, November 24, 2019

Healthy Vs Junk food | PPT


ØHealthy food means natural food.
Ø
ØHealthy food means without adding chemicals.
Like :
ü  vegetables,
ü  Fruits,

ü  Peanuts etc.



----------------------------------------------

üThis person has taken healthy food so it is healthy and strong.
ü
üIt does not have any disease.
ü
üIts life is very long time.
ü

üIt is nimable.

*************************************

Download Hare :  Download











Thursday, October 3, 2019

Kine master Tutorials season 1


Custom Animation in PowerPoint in Hindi । PowerPoint full tutorial


Custom Animation

Animation in PowerPoint 


* Custom Animation: – 
                                           इस आॅप्शन से स्लाईड के एक एक object पर विभिन्न प्रकार का ऐनिमेशन लगा सकते है। Custom Animation में चार प्रकार के Effect होते है।

* Entrance Effect:- 
                                    इस Effect से object को स्लाईड शो के दौरान effect के साथ प्रवेश दिया जाता है। जिससे प्रजेन्टेशन प्रभावी हो जाता है।

* Emphasis Effect:- 
                                     object को स्लाईड पर हाईलाईट करने के लिये यह प्रभाव लगाया लाता है।

* Exit Effect:- 
                         इससे object को स्लाईड शो के दौरान स्लाईड से Exit Effect के साथ हटाया जाता है।

* Motion Paths:  
                                इस Effect से आव्जेक्ट को स्लाईड पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर विभिन्न प्रकार से मूव करा सकते है। Effect set करने के बाद यह निर्धारित किया जाता है। कि उसको कैसे स्टार्ट होना है। effect को तीन प्रकार से स्टार्ट किया जाता है।

* On Click :- 
                       इसमें Effect क्लिक करने पर आता है।

* With Previous:- 
                                 इसमें Effect पिछले Effect के साथ आता है।

* After Previous :- 
                                    इसमें Effect पिछले Effect के बाद आता है।

* Direction option में Effect की दिशा को निर्धारित किया जाता है। Effect की स्पीड को भी निर्धारित किया जाता है। इसमें पाॅच प्रकार की स्पीड होती है। Very Fast, Fast, Medium, Slow, Very Slow.

* Re Order :- इस Button से प्रभाव को Re order किया जा सकता है। Remove Button से Effect को हटा सकते है। Effect को सेट करने के प्ले करके देख सकते है। सभी आब्जेक्ट पर ईफेक्ट लगाने के बाद स्लाइड शो करके देख सकते है।

Friday, September 27, 2019

Slide Transition in Power Point


Slide Transition

एक Presentation में एक से अधिक स्लाईडस होती है। 
यह effect दो स्लाईड के बीच में लगाया जाता है। या स्लाईड स्टार्ट होने के पहले आता है। इससे यह पता लगता है। कि एक स्लाईड खत्म हो रही है। और नई स्लाईड आ रही है। एक स्लाईड में एक ही Transition Effect लगाया जाता है। इसमें इसकी स्पीड एवं साउड को भी सेट किया जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के साउंड होते है।

 आवाज को रिकार्ड करके भी इसमें सेट किया जा सकता है। 

Effect को क्लिक करने पर शो होना है। या 

Automatically शो होना है। यह निर्धारित किया जाता है। Automatically में यह निर्धारित किया जाता है। कि यह Effect कितने समय बाद शो होना है। इसी को स्लाईड Rehearsal Time कहा जाता है।


Slide Transition Effect set  करना:-

Slide Show → Slide Transition पर क्लिक करने पर निम्न डायलाग बाक्स आता है।
Play Button पर क्लिक करके इफेक्ट को चेक किया जा सकता है। Apply to all slides button पर क्लिक करके उस इफेक्ट को प्रजेन्टेश्न की सभी स्लाईड मे सेट किया जाता है। Slide Show Button करके उस स्लाईड को शो करा सकते है।

Sunday, September 22, 2019

Slide में Movie or Sound जोड़ना । Add Movie and Sound in MS POWERPOINT


Slide में Movie or Sound जोड़ना

Sound 

MOVIE 


MS PowerPoint में एक Effective Presentation तैयार किया जा सकता है। मतलब  इसकी सहायता से अपने विचारो को आसानी से समझाया जा सकता हेै। इसकी स्लाईड में Movie or Sound को जोडा जा सकता है। इसके जोडने के निम्न स्टेप है।

Insert Menu → Movies or Sound →
आवश्यकता के अनुसार आप्शन को चुनते है। यदि साउड को जोड़ना होता है। तो sound From File पर क्लिक करते है। तो Insert Sound नाम का डायलाॅग बॉक्स आता है। जिसमे से साउड फाईल को चुनकर ok Button पर क्लिक करते है। और एक डायलाॅग बॉक्स आता है। जिसमे यह निर्धारित करना होता है। कि साउंड कब प्ले करना है। इसमें दो आॅप्शन होते है।

* Automatically

* When Clicked

  1. Automatically :-                                                                                 में साउंड स्लाईड शो के बाद स्वतः स्टार्ट हो जाता है। When Clicked में साउंड तब प्ले होगा जब उस के आईकन पर क्लिक करते है। साउंड आईकन के रूप में स्लाईड से जुडता है। Movie को जोडने के लिये भी यही प्रकिया होती है। इसमे केवल यह निर्धारित करना पडता है कि मूवी को कहाॅ से जोडना है।


Add Table, Graph and Chart in Slide on MS PowerPoint । स्लाईड में टेबिल, ग्राफ तथा चार्ट को जोड़ना स्लाईड में टेबिल को जोड़ना


स्लाईड में टेबिल, ग्राफ तथा चार्ट को जोड़ना
स्लाईड में टेबिल को जोड़ना:-

                                       स्लाईड में डाटा को शो करने के लिये टेबिल का प्रयोग किया जाता है।

Insert menu → Table आॅप्शन पर क्लिक करने पर insert Table नाम का डायलाॅग बाक्स आता है। इसमें काॅलम एवं रो की संख्या को insert करके ok Button पर क्लिक करते है। और टेबिल का निर्माण हो जाता है। पावर पाइंट के आॅप्शन की सहायता से विभिन्न प्रकार के Effect लगा सकते है।

स्लाइड में ग्राफ या चार्ट को जोड़नाः- ग्राफ या चार्ट का प्रयोग करके डाटा को स्लाईड कि सहायता से शो किया जाता है। जिससे श्रोता डाटा को आसानी से समझ सकते है।

Insert menu → Chart आॅप्शन पर क्लिक करने पर chart and datasheet window आती है। डाटा सीट ने टेम्पलेट डाटा होता है। जिसको बदल कर उसमे अपने डाटा को इनपुट किया जाता है। जिससे चार्ट अपने आप बन जाता है। Chart पर राईट क्लिक करके चार्ट में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन कर सकते है। जैसे चार्ट आॅप्शन चार्ट टाईप, चार्ट डाटा सीट आदि। Slide Show Menu से विभिन्न प्रकार के ऐनिमेशन लगाकर उसे सजीव रूप दे सकते है।

MS POWERPOINT 


Powerpoint को start कैसे करें | How to start MS PowerPoint

4
MS POWERPOINT 


Powerpoint को start कैसे करें|
पॉवर पॉइंट चालू करने के दो तरीके हैं:-

all Program के द्वारा
रन कमांड के द्वारा
  • सबसे पहले task bar में स्थित start button पर click करें ।

  • इसके बाद all Program option को सिलेक्ट करें फिर Microsoft office पर click करे|

  • इसके बाद MS PowerPoint पर click करके open करें ।


या ( Or) 

Window key + R key Press करें|
ऐसा करते ही आपके सामने रन डायलॉग बॉक्स ओपन हो जायेगा अब इसमें Powerpnt टाइप कर दे और Ok बटन पर क्लिक कर दे तो भी पॉवर पॉइंट चालू हो जायेगा|




Introduction of MS PowerPoint । what is PowerPoint


Introduction of MS PowerPoint

POWERPOINT 


पावर पाइंट माइक्रोसॉफ्ट आॅफिस का एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है। जिसकी सहायता से प्रजेन्टेशन, ग्राफ्स, स्लाइड्स, हेण्डआउट एवं सभी प्रकार के प्रजेन्टेशन मटेरियल को तैयार किया जा सकता है। स्लाइडस एक इलेक्ट्रॉनिक प्रस्तुतिकरण है। जिसकी सहायता से हम अपने विचारो को बहुत अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते है। इस प्रजेन्टेशन को कम्पयूटर स्क्रीन पर, Projector पर चला सकते है एवं बेव पर पब्लिश भी कर सकते है। इसका प्रयोग शिक्षा व्यवसाय, मेडिकल, Engineering एवं शोध के क्षेत्र मे किया जाता है। इसमें पहले से कई प्रकार के टेम्पलेट के डिजाइन स्टोर रहते हैं जिनका प्रयोग करके हम अपने प्रजेन्टेशन को कम समय में बहुत अच्छा तैयार कर सकते है। इसके अलावा इसमें विभिन्न प्रकार की फार्मेंटिंग एवं एनीमेशन की स्कीम रहती है। जिसका हम सीधे प्रयोग कर सकते है।

पावर पाइंट स्टार्ट करना

Go to Start Menu → all Programs→ MS Office → MS Power Point
Or
Go to Start Menu→ Run→ Type Powerpnt→ click ok or enter

करने पर पावर पाइंट सॉफ्टवेयर खुल (Open) जाता है।
Create a New Presentation (नया प्रजेन्टेशन बनाना):- पावर पाइंट में नया प्रजेन्टेशन तैयार करने के लिये निम्न स्टेप होते है।

1. File Menu → New option पर क्लिक करने पर New Presentation नाम की विंडो आती है।

2. आवश्यकता के अनुसार Presentation को चुनते है।
3. इसके बाद लेआउट नाम की विंडो आती है। जिससे आवश्यकता के अनुसार स्लाईड को चुनते है।

4. इस स्लाईड में विभिन्न प्रकार के sound, Picture, movie, Text आदि को insert करते है। इसके बाद इन ऑब्जेक्ट में विभिन्न प्रकार के Effect लगाकर एक प्रभावशाली प्रजेन्टेशन तैयार कर सकते हैं|

5. एक प्रजेन्टेशन में एक से अधिक स्लाईड हो सकती है।

6. प्रजेन्टेशन को शो कराने के लिये Slide Show Option का प्रयोग करते है।

7. पावर पाइंट में जो फाईल बनती है। या Presentation को जब सेव किया जाता है। तो उस फाईल का द्वितीयक नाम (Extension Name) .PPT होता है।

8. इसकी शॉर्टकट की Ctrl+ N होती है। इसको Standard Tool Bar के न्यू बटन पर क्लिक करके भी नयी प्रजेन्टेशन को खोला जा सकता है।

Wednesday, September 18, 2019

Introduction to CSS selectors । Types of Selectors in Hindi । CSS full Tutorial


Introduction to CSS selectors


CSS 


CSS के syntax में selectors का important role होता है। आप किस element के ऊपर कौनसी style apply करना चाहते है ये आप selectors के द्वारा ही define करते है। ये CSS के selectors ही है जो इसे इतनी powerful और efficient language बनाते है। Selectors आपको HTML के किसी भी element को select करके उसकी presentation को change करने की ability provide करते है। इससे पहले की में आपको selectors के बारे में और बताऊँ आइये पहले CSS के syntax को समझ लेते है।

ऊपर दिए गए उदाहरण में h1 एक selector है। ये selector HTML के h1 tag पर apply हो रहा है इस तरह के selectors को element type selectors कहा जाता है। यँहा पर HTML tag को ही selector की तरह यूज़ किया गया है। Selector के बाद curly brackets में color property और उसकी value को define किया गया है। ये property heading के text को red में change कर देती है।

1. Types of selectors :-

                                       CSS के द्वारा कई तरह के selectors provide किये गए है जिन्हें यूज़ करके आप और भी accurately काम कर सकते है। इन selectors के बारे में detail से निचे दिया जा रहा है।

2. Element type selectors :-

                                               इस तरह के selectors किसी एक HTML tag पर apply होते है। इन selectors का नाम उसी HTML tag का नाम होता है। जब आपको किसी एक particular HTML tag पर कोई style apply करने की आवश्यकता हो तो आप इस तरह के selectors को यूज़ कर सकते है। इसका उदाहरण निचे दिया जा रहा है।

3. Universal selector :-

                                       Universal selector को * से represent किया जाता है। इस selector में define की गई styles सभी HTML elements पर apply हो जाती है। लेकिन याद रहे ये तभी काम करता है जब उस element के लिए style अलग से define न की गई हो। यदि उस element के लिए अलग से style define की गई है या फिर वह element inline style sheet यूज़ करता है तो इस selector का कोई effect उस element पर नहीं होगा। इसका उदाहरण निचे दिया गया है।

यँहा पर universal selector h1 और p दोनों ही tags पर apply होगा और इनका color blue होगा।

4. Sub-element selector :-

                                           यदि आप किसी element पर तब CSS apply करना चाहते है जब वह किसी दूसरे element के अंदर आये तो इसके लिए आप sub-element selector यूज़ कर सकते है। सबसे पहले आप element का नाम देते है इसके बाद space देकर उस element का नाम लिखते है जिस पर आप styles apply करना चाहते है। इसका उदाहरण निचे दिया जा रहा हैं।

इस उदाहरण में <p> के sub-element <span> tag पर style apply हो रही है और उसका color orange हो रहा है।

5. Class selectors :-

                              हर HTML element एक class attribute define कर है। इसमें में class का नाम दिया जाता है। आप चाहे तो styles class attribute के base पर भी apply की जा सकती है। इसके लिए आप (.) operator लगाकर class का नाम selector की तरह लिखते है। जो जो elements उस class से belong करते है उन सभी पर define की गई styles apply हो जाती है। आइये इसे एक उदाहरण से समझते है।

6. ID selectors :-

                        Class attribute की तरह ही आप styles को किसी particular ID के लिए भी define कर सकते है। जिन HTML elements की ID इस ID से match करती है दी गई styles उन्हीं पर apply हो जाती है। किसी भी id पर styles apply करने के लिए आप # का उपयोग करते है। इसका उदाहरण निचे दिया जा रहा है।

7. Attribute selectors :-

                                       HTML tags के जैसे ही आप चाहे तो किसी HTML tag के attribute पर भी styles apply कर सकते है। इन selectors का उपयोग form tag के sub-elements के लिए किया जाता है। आप input type के according दूसरे attributes को छोड़ते हुए किसी एक attribute को target कर सकते है। इसका उदाहरण निचे दिया गया है।

ऊपर दी गई CSS style सिर्फ उसी image tag पर apply होगी जिसमे alt attribute की value myPic है।

8. Group Selectors :- 

                                   आप चाहे तो एक साथ एक से ज्यादा selectors भी use कर सकते है। इसके लिए आप सभी selectors को comma से separate करते है। Curly brackets में define की गयी styles सभी selectors पर apply होती है। आइये इसे एक उदाहरण से समझते है।

Advantages of CSS (Cascading Style Sheet) in Hindi । CSS Full Tutorial


Advantages of CSS (Cascading Style Sheet)

CSS 


* CSS को यूज़ करने से आपका time बचता है। आप एक CSS file बना कर उसे कई HTML documents पर apply कर सकते है। आप हर HTML tag के लिए एक style fix कर सकते है और इसे जितने चाहे उतने webpages पर apply कर सकते है।

* जब आप HTML attributes के द्वारा webpage को decorate करते है तो हर element के लिए अलग से attribute और value define करनी पड़ती है। ऐसा करने से code बहुत अधिक हो जाता है और pages धीरे load होते है। लेकिन जब आप CSS यूज़ करते है तो उस webpage में यूज़ होने वाले सभी tags के लिए आप एक बार ही styles define करते है। ऐसा करने से code कम रहता है और आपके pages fast load होते है।

* CSS के द्वारा webpage को maintain करना बहुत ही आसान होता है। उदहारण के लिए आप सभी headings का यदि color change करना चाहते है तो सिर्फ CSS में change कीजिये और ये सभी headings पर apply हो जायेगा।

* CSS आपको HTML से अधिक style options provide करती है। HTML के comparison में आप CSS से अधिक attractive webpages design कर सकते है।

* CSS के द्वारा आप एक ही webpage को multiple devices के लिए configure कर सकते है। जैसे की mobile phones के लिए अलग styles यूज़ की जा सकती है।

* अब HTML attributes का उपयोग बहुत कम हो चूका है। CSS को यूज़ करना अब एक global standard बन चूका है।

Applying CSS (Cascading style sheet)

1. Inline style sheet :-
     
                                 निचे दिए गए उदाहरण को देखिये इसमें body tag के अंदर style attribute define किया गया है। इसके बाद style attribute में property और value define की गई है। इसे inline style sheet कहते है।

2. Internal style sheet :-
 
                                         Internal style sheet में आप styles को HTML के अंदर define नहीं करते है। Head section में <script> tag define किया जाता है। इसके बाद selectors को यूज़ करते हुए आप styles को define करते है। इसमें HTML code और CSS code को एक ही document में define किया जाता है।

3. External style sheet :-

                                        External style sheet के concept में CSS किसी दूसरी file में होती है। उस file को <link> tag द्वारा HTML file पर apply किया जाता है। External style sheet से आपको बार बार CSS लिखने की जरुरत नहीं होती है। आप एक ही CSS file को कई HTML files पर apply कर सकते है। इसका उदाहरण निचे दिया जा रहा है।

Introduction to CSS in Hindi । CSS Full Tutorial

Introduction to CSS in Hindi

CSS 


CSS एक designing language है। इसका इस्तेमाल webpages को और भी beautiful बनाने के लिए किया जाता है। CSS के द्वारा आप HTML tags पर designing apply कर सकते है। CSS आप 3 तरह से apply कर सकते है।

* Inline - इस method में आप CSS को HTML tag में ही define कर देते है। ऐसा आप style attribute के द्वारा करते है।

* Internal - इस method में आप CSS को HTML tag में define करने की बजाए HTML file के <head> tag में script tag की मदद से define करते है।

* External - इस method में आपकी CSS file और HTML file अलग अलग होती है। HTML file में आप CSS file को <link> attribute के द्वारा add करवाते है।

CSS से आप webpages के presentation को control कर सकते है। CSS आपको webpage की design पर पूरा control देती है। CSS से आप webpage का text color, font family, background, margin, padding और position आदि set कर सकते है।

CSS बहुत ही powerful technology है। इसकी मदद से आप complete HTML page की presentation control कर सकते है। CSS property और value के context में काम करती है। जैसे की यदि आप web page का background-color change करना चाहते है तो background-color property है और जो आप value देंगे वो इसकी value होगी।

property:value

जैसा की मैने ऊपर बताया inline style sheet में आप style attribute यूज़ करते है और internal और external CSS के लिए <script> tag के साथ selector यूज़ किये जाते है। Selector उस tag का नाम होता है जिस पर आप CSS apply करना चाहते है।

Sunday, September 15, 2019

MS WORD का परिचय । Introduction of MS WORD 2007,2010,2016,2019


How to start MS Word (ऍम एस वर्ड को ओपन कैसे करें)
ऍम एस वर्ड को प्रारंभ करना (Starting MS – Word)

MS WORD 


* Start Button पर Click करें |
* All Program पर क्लिक करें |
* Micro Soft office को Select कर MS Word पर क्लिक करे |
* Start –> All Programs –> MS Office –> MS Word

MS OFFICE / MS WORD 


MS Word को Shortcut key के द्वारा भी ओपन किया जा सकता हैं|
* Window key + R प्रेस करें|
* एक Run Dialog box ओपन होगा
* इसमें Winword टाइप कर Enter प्रेस कर दें|
* MS Word ओपन हो जायेगा|
* Microsoft word Window के मुख्य तत्व:-


* Title Bar – विंडो के सबसे ऊपर वाली पट्टी को Title Bar कहते हैं Title Bar में प्रोग्राम का नाम जैसे MS Word तथा फाइल का टाइटल लिखा रहता हैं जैसे CyberDairy Solutions.doc | इसके दायी ओर Minimize, Maximize तथा Close Button होते हैं | इसी पट्टी के बायीं ओर एक कंट्रोल मेन्यु बॉक्स होता हैं जिससे भी विंडो को Minimize, Maximize तथा Close किया जा सकता हैं |


*Menu Bar – ऍम एस वर्ड में कुल नौं मेन्यु होते है प्रत्येक मुख्य मेन्यु के अंदर सब मेन्यू होते हैं और प्रत्येक मेन्यु का अपना अपना अलग कार्य होता है मेन्यु को नाम उनके कार्य के अनुसार दिया गया है जैसे – Format Menu इस मेन्यु में आपको सिर्फ Formatting से सम्बंधित Options मिलेगे |


*Standard Toolbar – Standard Toolbar, Menu Bar के ठीक नीचे होती हैं यह एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में मेन्यू बार के ही सब आप्शन Shortcut के रूप में दिए रहते हैं जिनका सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है जैसे – New, Open, Save, Print, Undo, Redo, Cut, Copy, Paste etc.


*Formatting Toolbar – Formatting Toolbar भी मेन्यू बार के नीचे होती हैं यह भी एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में Formatting से सम्बंधित आप्शन दिखाई देते है | जैसे – Font, Font Size, Bold, Italic, Underline, Alignment, Bullets, Numbering, Border etc.


*Ruler – Ruler, Formatting Toolbar के ठीक नीचे होता हैं रूलर एक Scale की भाती दिखाई देता है जिसका उपयोग Margin, Column, Paper Size सेट करने के लिए किया जाता हैं |


*Scroll Bar – ये दो प्रकार की होती है Horizontal और Vertical | इसका प्रयोग पेज को ऊपर नीचे तथा दाएँ से बाएँ करने के लिए किया जाता हैं |


*Drawing Toolbar – यह टूलबार Status Bar के ठीक ऊपर होती हैं जिसका प्रयोग किसी आकृति को बनाने तथा उसमे रंग भरने के लिए किया जाता हैं


*Status Bar – यह टूलबार Task Bar के ठीक उपर होती हैं जिसका प्रयोग पेज नंबर, लाइन नंबर, देखने के लिए किया जाता हैं |


*Task Bar – विंडो के सबसे नीचे की पट्टी को Task Bar कहा जाता हैं | इस Task bar में Start Button तथा Date, Time, Volume, Device Connection आदि दिखाई देता हैं |